tag:blogger.com,1999:blog-654290763185590505.post3398408169366251574..comments2024-02-11T14:28:37.592+05:30Comments on ******दिशाएं******: धर्म परिवर्तन से बचने के उपायपरमजीत सिहँ बालीhttp://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-654290763185590505.post-51777144931095829832008-10-28T14:19:00.000+05:302008-10-28T14:19:00.000+05:30बहुत सही मज़ा आ गया इस सिख-प्रसंग से. पर ऐसे कितने...बहुत सही मज़ा आ गया इस सिख-प्रसंग से. पर ऐसे कितने ही चतुर सज्जन होंगे ! <BR/>दक्षिण भारत में २-३ साल के बच्चों का जब धर्म परिवर्तन होजाता और उनको चर्चों में भी भेजा जाने लगता है तो वे ख़ुद की सभ्यता और संस्कृति से पूरी तरह से अछूते रह जाते हैं.Rajeev Nandan Dwivedi kahdojihttps://www.blogger.com/profile/13483194695860448024noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-654290763185590505.post-33623535725739982672008-10-28T07:59:00.000+05:302008-10-28T07:59:00.000+05:30sarthak lekh.diwali ki hardik shubhkamna.sarthak lekh.diwali ki hardik shubhkamna.abhivyaktihttps://www.blogger.com/profile/05511890510093310209noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-654290763185590505.post-19543251158605854692008-10-27T06:01:00.000+05:302008-10-27T06:01:00.000+05:30दीपावली के पर्व पर आपको हार्दिक बधाई!दीपावली के पर्व पर आपको हार्दिक बधाई!Vinayhttps://www.blogger.com/profile/08734830206267994994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-654290763185590505.post-84108496515602066132008-10-19T10:13:00.000+05:302008-10-19T10:13:00.000+05:30आपका लेख पढ़ा। अच्छा लगा की आपने समाज का ध्यान इस ...आपका लेख पढ़ा। अच्छा लगा की आपने समाज का ध्यान इस और आकर्षित करने का प्रयास किया।<BR/><BR/>कई विचार है दिल में इन कुछ मुद्दों को लेकर। काफ़ी कुछ कहना चाहता हूँ। पर ये इतने जवलंत मुद्दे है की डर लगता है की मेरे विचार किसी की भावनाओं को ठेस न पहुँचा बेठें।<BR/><BR/>अपनी बात करूँ तो इतना ही कहना चाहूँगा की धर्म किसी भगवान के बनाये हुए नहीं हैं. ये सब केवल इंसान के दिमाग की उपज है. और आज के युग में धर्म का हर ठेकेदार धर्म और भगवान को अपने नज़रिए से परिभाषित करता है. धर्म इंसान का बनाया हुआ, इंसान के लिए एक खोखला दंभ साबित होकर रह गया है. पुरे विशव भर में कितने ही धर्म होंगे और हर धर्म प्यार, इमानदारी और सेवा भावना सिखाता है. पर कहाँ है ये सब विशेषताएं. हर मुल्क में लडाई झगडा. भाई, भाई को काट रहा है. अगर यही है धर्म, तो धर्म का होना क्या और न होना क्या?<BR/>राम, कृष्ण, गुरु नानक, हजरत मोहम्मद, ईसा मसीह किसी ने भी तो धरम की बात नहीं की. इन सब ने अलग अलग वाणी, अलग अलग भाषा में भी "सबका मालिक एक" का ही मन्त्र दिया. क्या हम मानते है इन महापुरुषों की वाणी को?<BR/>मेरे विचार में आज जरुरत धर्म पर बहस करने की नहीं, इन महापुरुषों की वाणी पर अमल करने की है. <BR/>उम्र और अनुभव दोनों में बहुत छोटा हूँ. कोई गलत शब्द मुँह से निकल गया तो नालायक बच्चा समझ कर माफ़ करियेगा.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-654290763185590505.post-24903396207970332892008-10-18T09:01:00.000+05:302008-10-18T09:01:00.000+05:30धर्म का इस वर्तमान रूप में आदमी के बीच रहना ही सब...धर्म का इस वर्तमान रूप में आदमी के बीच रहना ही सब बड़ी त्रासदी है आज की .... इस समय तक तो धर्म को तिरोहित हो जाना चाहिए ...अलबत्ता धार्मिकता बची रहे ....बाकी एक अच्छे उद्देश्य को लेकर लिखी गयी एक भावपूर्ण रचना के लिए आपको बधाई !!राजीव थेपड़ा ( भूतनाथ )https://www.blogger.com/profile/07142399482899589367noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-654290763185590505.post-26770688081839971432008-10-18T07:46:00.000+05:302008-10-18T07:46:00.000+05:30sateek chintan hai aapkasadhuwaadsateek chintan hai aapka<BR/>sadhuwaadयोगेन्द्र मौदगिलhttps://www.blogger.com/profile/14778289379036332242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-654290763185590505.post-69720105499616515572008-10-17T19:40:00.000+05:302008-10-17T19:40:00.000+05:30मैं तो यही कहना चाहूंगी कि दलित वर्ग को हिंदू धर्म...मैं तो यही कहना चाहूंगी कि दलित वर्ग को हिंदू धर्म में मान्यता नहीं है, उन्हें अछूत कहा जाता है यानी वो हिंदू नहीं है, हां जबरन धर्म परिवर्तन किसी भी सूरत में गलत है।वर्षाhttps://www.blogger.com/profile/01287301277886608962noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-654290763185590505.post-45993668416025810652008-10-16T22:33:00.000+05:302008-10-16T22:33:00.000+05:30आप का लेख अच्छा हैधन्यवादआप का लेख अच्छा है<BR/>धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-654290763185590505.post-91475163086197357182008-10-16T18:23:00.000+05:302008-10-16T18:23:00.000+05:30यह तो वैसा ही है जैसे गैलीलियों से मारपीट कर कहलवा...यह तो वैसा ही है जैसे गैलीलियों से मारपीट कर कहलवा लो कि धरती चपटी है या फिर लालच से कहलवा लो। <BR/>बाद में वह यही कहेगा कि धरती मेरे कहने से चपटी थोड़े ही रहेगी। <BR/>लेकिन अपने ही धर्म के ठेकेदारों के चंगुल से बचने और अपना जीवन बदलने के लिए किया गया धर्म परिवर्तन स्थाई हो जाएगा। इस कारण धर्म के अन्याय तो समाप्त करने ही होंगे।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-654290763185590505.post-714137581740827902008-10-16T17:49:00.000+05:302008-10-16T17:49:00.000+05:30धर्म-परिवर्तन कैसा शब्द है मुझे आज तक समझ नहीं आया...धर्म-परिवर्तन कैसा शब्द है मुझे आज तक समझ नहीं आया... किस धर्म में कहा गया है कि झूठ बोलो, अपमान करो, चोरी करो... फिर धर्म परिवर्तन किसलिए? अपना और किसी ग़लत का मन परिवर्तित(शुध्द) कर के देखो, दुनिया सुन्दर है।Vinayhttps://www.blogger.com/profile/08734830206267994994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-654290763185590505.post-18282541430142684332008-10-16T13:08:00.000+05:302008-10-16T13:08:00.000+05:30एक सही विषय को चिंतन का सार दिया है,अच्छा लगा पढ़क...एक सही विषय को चिंतन का सार दिया है,अच्छा लगा पढ़कर......रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-654290763185590505.post-11818835197789645242008-10-16T11:08:00.000+05:302008-10-16T11:08:00.000+05:30परमजीत जी , धर्म परिवर्तन का कारण तो सही पर आपकी इ...परमजीत जी , धर्म परिवर्तन का कारण तो सही पर आपकी इन बातों के आज कितना प्रयोगिक तौर पर पालन हो रहा है । हां अगर कल्पना की बात करें तो और है ।दिल्ली की घटना की मै खुद निंदा करता हूँ आपने बतायी । लेख का विषय बहुत अच्छा चुना है ।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/16883786301435391374noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-654290763185590505.post-56715542365861184742008-10-16T08:32:00.000+05:302008-10-16T08:32:00.000+05:30बाली भाई इस पर आपके धर्मपरिर्वतन के नये कारण पर हम...बाली भाई इस पर आपके धर्मपरिर्वतन के नये कारण पर हमारा भी ध्यान नहीं गया था । आभार विचार व चिंतन को जगाने के लिए ।36solutionshttps://www.blogger.com/profile/03839571548915324084noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-654290763185590505.post-50252051131060584702008-10-16T06:07:00.000+05:302008-10-16T06:07:00.000+05:30सुंदर | धर्म किसी मनुष्य की आत्मा को नहीं बदल सकता...सुंदर | धर्म किसी मनुष्य की आत्मा को नहीं बदल सकता | मुझे उस सिक्ख दोस्त पर गर्व है | पर ज़रूरत इस बात की है कि हिंदू समाज या सिक्ख समाज के धनी लोग गरीब लोगों की भलाई की बात सोचे तथा करे भी |Vivek Guptahttps://www.blogger.com/profile/14118755009679786624noreply@blogger.com