हम से होकर अनंत दिशाएं चारों ओर जाती हैं....लेकिन सभी दिशाएं वापिस लौटनें पर हम में ही सिमट जाती हैं...हम सभी को अपनी-अपनी दिशा की तलाश है..आओ मिलकर अपनी दिशा खोजें।
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Wednesday, May 16, 2007
छोटा मुँह बड़ी बात-३(क्षणिकांए)
आधुनिक गुरू आज के गुरू अपना प्रचार स्वयं मीडिया द्वारा करते, कराते हैं।
चाहें जो भी हथकंडा अपनाना पड़े नही कतराते हैं।
इसी लिए ज्यादातर गुरू असलियत खुलनें पर मसखरे नजर आते हैं।
आप द्वारा की गई टिप्पणीयां आप के ब्लोग पर पहुँचनें में मदद करती हैं और आप के द्वारा की गई टिप्पणी मेरा मार्गदर्शन करती है।अत: अपनी प्रतिक्रिया अवश्य टिप्पणी के रूप में दें।
इसीलिये हम मिडिया पर
ReplyDeleteनजर नहीं आते हैं. :)
अपने अपने आईने में
ReplyDeleteसभी
अपने को खूबसूरत
पाते हैं.
लिखते रहिये. सटीक लिखा है
इसीलिए हम आपके ब्लॉग पर
ReplyDeleteआये बिना रह नहीं पाते हैं।
जरा सी आवाज
ReplyDeleteऔर कौवे कोयल
अलग अलग हो जाते हैं।
Send Valentines Day Roses Online
ReplyDeleteValentines Day Flowers Online
ReplyDeleteGifts for Valentines Day
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