हम से होकर अनंत दिशाएं चारों ओर जाती हैं....लेकिन सभी दिशाएं वापिस लौटनें पर हम में ही सिमट जाती हैं...हम सभी को अपनी-अपनी दिशा की तलाश है..आओ मिलकर अपनी दिशा खोजें।
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yahi jeevan chakra hai kviji,nice very nice words,short but say lot.
ReplyDeleteसुंदर अभिव्यक्ति !
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