हम से होकर अनंत दिशाएं चारों ओर जाती हैं....लेकिन सभी दिशाएं वापिस लौटनें पर हम में ही सिमट जाती हैं...हम सभी को अपनी-अपनी दिशा की तलाश है..आओ मिलकर अपनी दिशा खोजें।
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इसी लिए अब मैनें -
ReplyDeleteतुम्हारे मौन को ,
अपना उत्तर बनाया है
bahut sahi
उम्दा..........
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