Monday, March 29, 2010

बेमतब की बातें...

बेमतलब बोलता बच्चा
कभी गाता है...
कभी नाचता है..
कभी अध्यापक बनकर
उन बालको को पढ़ाता है...
जो वहाँ हैं ही नही...

कई बार उस से खींज कर
उसके इस बेमतल के 
शोर और नाच के कारण
उस पर चिल्लाता हूँ.....
वह तो दोड़ जाता है...
लेकिन  उसकी जगह
हर बार अपने को पाता हूँ।

पता नही मै अपने को
ऐसे क्यूँ सताता हूँ।
जबकि जानता हूँ-
मै भी उसी बच्चे की तरह गाता हूँ।
अपना गीत खुद को ही सुनाता हूँ।

****************************

गलत और सही की परिभाषा मे
किस विचार को बाँधा जा सकता है?
क्योकि हरेक की परिभाषा अलग होती है...
इसी लिए इंसानियत रोती है।

******************************

किसी ने फल खा कर
उसका छिलका सड़क पर डाल दिया।
अच्छा हुआ गरीब ने उसे खा लिया..
और एक हादसा टाल दिया।

*********************************

बड़े नाम वाले की 
बेमतब की बात भी 
बड़ी हो जाती है।
भले ही उसको 
समझ आए या ना आए-
आम आदमी को 
बहुत भाती है।

*************************

14 comments:

  1. आपके लेखन ने इसे जानदार और शानदार बना दिया है....

    ReplyDelete
  2. ....बहुत खूब,बेहतरीन अभिव्यक्ति!!

    ReplyDelete
  3. बहुत ही अच्छी और मार्मिक कविता....."

    ReplyDelete
  4. बहुत संवेदनशील रचना गज़ब की जादूगरी शब्दों से

    ReplyDelete
  5. zindagi ki hakeekaton ko bahut hi sundarta se piroya hai.

    ReplyDelete
  6. बहुत सुन्दर । सच में बच्चे के उद्गार बेमतलब के नहीं ।

    ReplyDelete
  7. अच्छी रचनाएं.........आप को इसके लिये बधाई.......

    ReplyDelete
  8. बहुत सुंदर ओर रोचक रचनाये.
    धन्यवाद

    ReplyDelete
  9. अति सुन्दर बाली साहब , काफी दिनों बाद आपके ब्लॉग पर आना हुआ !

    ReplyDelete
  10. बहुत बेहतर रचना।

    ReplyDelete
  11. sabhi bachchon ka bachpan ek sa nahi hoto.
    gareeb ne joothan kha kar jo hadsa taala , ati bhavuk yatharath hai. Sai Baba mandir ke saamne, Chat pakori ki joothan khate bachche aaj bhi aap vahan dekh sakte hain.

    ReplyDelete
  12. बहुत जबरदस्त!!

    छिलका वाला तो दिल को झकझोर गया!!

    ReplyDelete
  13. सही - गलत का पता नहीं चलता क्योंकि -
    व्यर्थ हो गए हैं सभी ,मोल -तोल अरु माप .
    कैसे तय हो प्रीत में ,पुण्य हुआ या पाप ..

    ReplyDelete

आप द्वारा की गई टिप्पणीयां आप के ब्लोग पर पहुँचनें में मदद करती हैं और आप के द्वारा की गई टिप्पणी मेरा मार्गदर्शन करती है।अत: अपनी प्रतिक्रिया अवश्य टिप्पणी के रूप में दें।