पता नही-
किस की नजर लग गई है...
अब मेरा बटुआ पहले जैसा
नजर नही आता।
जेब मे होते हुए भी
जेब में है...
लेकिन...
मै जान नही पाता।
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इस मंदी से मार....
हम और तुमको खानी है।
नेता तो इस मंदी से भी
फायदा उठाएंगे।
वे जानते हैं ...
मतदाता कितना अकलमंद है-
भेड़ चाल चलता है..
सौ के नोट और...
एक बोतल पर पलता है।
इस लिए वे हमे देख...
हाथ हिलाएगे और मुस्कराएगें।
वे जानते हैं
ऐसे ही मतदाता
कुर्सी पर बिठाएगें।
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मनमोहन की नज़र लगी बटुये को
ReplyDeleteसटीक और धारदार क्षणिकाएँ. बधाई.
ReplyDelete....एक से बढकर एक, बधाई !!!
ReplyDeleteहमने तो बटुआ रखना ही छोड़ दिया है।
ReplyDeleteअच्छी रचनाएँ।
बहुत खूब,अच्छा लगा.
ReplyDeleteबहुत बडिया धन्यवाद्
ReplyDeleteकाफी अच्छी रचना !
ReplyDeleteअब तो प्लास्टिक के नोट आयेंगे। बटुये का आकार प्रकार भी बदलेगा। शायद तब मंहगाई भी कम हो! :-)
ReplyDelete"मज़ेदार......"
ReplyDeleteप्रणव सक्सैना amitraghat.blogspot.com
बहुत गंभीर बात कह दी हंसी हंसी में, एक बहुत अच्छा कटाक्ष .बधाई स्वीकारें
ReplyDeleteसच है नेताओं को मतदाता की नब्ज़ पता है ....
ReplyDeleteअच्छी हैं दोनो छनिकाएँ
दोनों ही क्षणिकाएं बेहद अच्छी लगीं
ReplyDeleteअत्यंत चुटीली और असरकारक क्षणिकाएँ
ReplyDeleteबहुत सुन्दर
अजी, हमने तो आज तक बटुआ खरीदा तक नहीं.
ReplyDeleteबहुत सुन्दर क्षणिकाएँ.....आभार!!
ReplyDeleteअरे बाबा नजर नही लगी!! सेंध लगा ली है इस मन मोहनी सरकार ने, बस भुख से मर कर गरीब ही नही रहेगा, तो गरीबी तो अपने आप हट जायेगी ना.....फ़िर भारत दुनिया का सब से अमीर देश होगा...:)
ReplyDeleteसच्चाई बताती हुई दोनों क्षणिकाएं....बहुत खूब
ReplyDeleteहर शब्द में गहराई, बहुत ही बेहतरीन प्रस्तुति ।
ReplyDeleteबहुत खूब बाली साहब , सबके बटुए तो मनमोहन जी ने अपने गुल्लक में घुसेड ली हैं ..मिलेगा क्या
ReplyDeleteअजय कुमार झा
धारदार व्यंग !!!!!
ReplyDeleteक्षणिकाएं बहुत अच्छी लगीं....
ReplyDeleteआभार...
karara vyangya.........bahut khoob.
ReplyDeleteआपकी तलाश अवश्य पूरी होगी दिशा सूचन हेतु शब्दों की ताकत आपके पास
ReplyDeleteबाकि लिखने में आपका जवाब नहीं |
आपको व आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनायें
ReplyDeleteGazab kee kshanikayen!
ReplyDeleteHoli mubarak ho!
अच्छे कटाक्ष हैं ...पर आजकल शालीन कटाक्ष का कोई असर नहीं होता ..गाली सुनकर भी मेंढक की तरह हंसते हैं लोग!
ReplyDelete..होली की शुभकामनाएँ.
जरुरी कटाक्ष है.
ReplyDelete---
आपको होली की रंगीली बधाई.
जेब में है
ReplyDeleteलेकिन मैं
जान नहीं पता !
बटुए के बिम्ब में महंगाई का अच्छा चित्रण है!
होली की शुभ कामनाएं!